हैदराबाद, तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने आज उस्मानिया विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी कालेज ऑफ आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज की वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को उत्कृष्टता केंद्रों में बदलने और बौद्धिक स्वतंत्रता के वातावरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने अवसर पर लोकतांत्रिक समाज में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। कहा कि विचारों और विचारधाराओं की स्वतंत्र अभिव्यक्ति, सभी अधिकारों से ऊपर, सर्वोपरि है। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि संघर्ष से जन्मा तेलंगाना राज्य एक दशक से उसी स्वतंत्रता से वंचित रहा है, जिसके लिए उसने संघर्ष किया था।
जनता मार्च से मिले अनुभव ने सरकार को बदलाव का संकल्प दिलाया
जनता मार्च को याद करते हुए, जहां उन्होंने जनता के संघर्षों को व्यक्तिगत रूप से देखा और समझा, उन्होंने बदलाव लाने के सरकार के संकल्प को दोहराया। जनता की सरकार ने सभी विचारधाराओं के लिए अपने द्वार खोले हैं और स्वतंत्रता सुनिश्चित की है। नियंत्रण और दबाव हमारी सरकार की नीति नहीं है।
मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने अपने संबोधन में कहा कि उस्मानिया विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के समय से ही एक प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त किया है और यह तेलंगाना की संस्कृति के सार को समाहित करता है। उन्होंने सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को कौशल-आधारित ज्ञान केंद्रों के रूप में विकसित करने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की।
युवाओं के लिए कौशल विश्वविद्यालय और प्रशिक्षण संस्थान
भट्टी ने एक कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की और उन्नत प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से युवाओं को रोज़गार-योग्य कौशल से लैस करने के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वविद्यालयों में आगामी संकाय भर्तियों की भी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए, सरकार सभी छात्रों को अंग्रेजी में अध्ययन करने के अवसर प्रदान कर रही है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपनी शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रहे हैं। उन्होंने वंचित पफष्ठभूमि के छात्रों से अपनी शिक्षा की उपेक्षा न करने, बल्कि लगन से पढ़ाई करने और तेलंगाना तथा राष्ट्र के विकास में योगदान देने का आग्रह किया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार दो प्रमुख स्तंभों शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने राज्यभर में खेल और एकीकृत आवासीय विद्यालयों के शुभारंभ की भी घोषणा करते हुए कहा कि यह पहल तेलंगाना के परिदृश्य को बदल देगी। उपमुख्यमंत्री ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक योगदान स्वीकार करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक विश्वविद्यालयों के सभी बकाया भुगतान कर रही है।
उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुमार मोलुगरम की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में आर्ट्स कॉलेज की शैक्षणिक और सास्कृतिक यात्रा प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार प्रो. जी. नरेश रेड्डी, ओएसडी प्रो. एस. जितेंद्र नाइक, यूजीसी डीन प्रो. बी. लावण्या, कला संकाय डीन प्रो. सैयद तलत सुल्ताना, उपप्राचार्य डॉ. कोंडा नागेश्वर राव, डॉ. बालू नाइक, डॉ. पी. स्वाति, डॉ. सी. एस. स्वाति सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख, संकाय, गैर-शिक्षण कर्मचारी, शोधकर्ता और बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया।
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